(मुंबई)मुंबई पुलिस का मनोज जरांगे को नोटिस, आजाद मैदान खाली करने को कहा

मुंबई। मुंबई पुलिस ने मराठा आरक्षण की मांग को लेकर पिछले 5 दिनों से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल को मंगलवार (2 सितंबर) को नोटिस जारी कर तत्काल आजाद मैदान खाली करने को कहा है। पुलिस ने यह कदम बॉम्बे हाई कोर्ट के निर्देश पर उठाया है। ऐसे में अब सबकी नजर इस बात पर है कि मुंबई पुलिस के नोटिस के बाद जरांगे क्या फैसला लेते हैं।
पुलिस ने नोटिस में कहा है कि आंदोलन के लिए 5,000 प्रदर्शनकारियों की अनुमति दी गई थी, लेकिन पूरे राज्य से 40,000 से अधिक लोग वहां जमा हो गए। पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने दक्षिण मुंबई में प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध कर दिया, 5,000 से अधिक वाहनों को पार्क किया और सार्वजनिक क्षेत्रों में भोजन पकाया के साथ स्नान किया है। इन गतिविधियों ने मूल रूप से आंदोलन के लिए निर्धारित शर्तों का उल्लंघन किया है।
पुलिस ने नोटिस में कहा कि इस आंदोलन की शर्तों का उल्लंघन किए जाने से दक्षिण मुंबई में अराजकता पैदा हो गई है और आम लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। इससे आंदोलन की अनुमति को वापस ले लिया गया है। ऐसे में आजाद मैदान को तत्काल खाली कर दिया जाए। इससे पहले सोमवार रात को नागरिक कर्मियों को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और कनेक्टिंग सड़कों के बाहर कचरे के ढेर को साफ करना पड़ा था।
पुलिस के नोटिस पर जरांगे ने कहा, मुंबई पुलिस ने एक नोटिस जारी कर सभी प्रदर्शनकारियों से आजाद मैदान खाली करने को कहा है। पुलिस ने आंदोलन की अनुमति देते समय शर्तें तय करने वाले अंतरिम आदेश का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है, लेकिन यह गलत है। प्रदर्शनकारियों ने किसी कानून का उल्लंघन नहीं किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि विरोध उनका अधिकार है और मराठों को मुंबई में प्रवेश करने से कोई नहीं रोक सकता।
हाई कोर्ट ने जरांगे के समर्थकों से मंगलवार दोपहर तक मुंबई की सभी सड़कें खाली करने और सामान्य स्थिति को बहाल करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा था, हम जरांगे और प्रदर्शनकारियों को यह सुनिश्चित करने का अवसर दे रहे हैं कि मंगलवार दोपहर तक सभी सड़कें खाली और साफ कर दी जाएं। आंदोलन के कारण पूरा शहर ठहर गया है। यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण नहीं है और इसमें सभी शर्तों का उल्लंघन किया गया है।
43 वर्षीय जारंगे मराठों को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं। उनके हजारों समर्थक बसों और ट्रकों में सवार होकर आंदोलन में शामिल होने के लिए मुंबई पहुंच चुके हैं। हालांकि, कुछ प्रदर्शनकारियों ने अपने वाहनों को निर्धारित पार्किंग क्षेत्रों में स्थानांतरित कर दिया, फिर भी कई ट्रक और बसें सीएसएमटी और आसपास की सड़कों पर खड़ी हैं, जिससे यातायात जाम हो गया है।
इससे पहले सोमवार को जरांगे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर जानबूझकर प्रस्ताव में देरी करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था, मराठों को आरक्षण देने का फैसला लेना बहुत आसान है। सरकार को बस इतना कहना है कि वह हैदराबाद, सतारा और अन्य गजेटियर लागू कर रही है और मराठवाड़ा के सभी मराठों को कुनबी घोषित कर रही है। ऐसे प्रमाण पत्र जिला कलक्टर और तहसीलदार ही बांट सकते हैं, लेकिन वह इसमें देरी कर रही है।
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