निजी स्कूलों को अब तक नहीं मिली किताबें, पढ़ाई पर असर

रायपुर। प्रदेश के निजी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों की पढ़ाई इस बार समय पर शुरू नहीं हो पाई है। छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखकर इस बात पर चिंता जताई है कि स्कूलों को अब तक राज्य सरकार की ओर से निशुल्क पाठ्यपुस्तकें नहीं मिल पाई हैं, जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
एसोसिएशन का कहना है कि हर साल की तरह इस बार भी राज्य पाठ्यपुस्तक निगम को किताबों का वितरण करना था, लेकिन स्कूल खुलने के एक हफ्ते से अधिक समय बीत जाने के बावजूद अभी तक न तो किताबें स्कूलों तक पहुंचीं हैं और न ही डिपो तक। अनुमान है कि किताबें मिलने में अभी और करीब तीन हफ्ते लग सकते हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि जब तक किताबें नहीं पहुंचतीं, तब तक कम से कम पाठ्यपुस्तकों की पीडीएफ कॉपी ऑनलाइन उपलब्ध करा दी जाए, ताकि स्कूल शुरुआती पाठ्यक्रम की पढ़ाई शुरू कर सकें। एसोसिएशन का यह भी कहना है कि देरी की वजह से कई निजी स्कूल अब निजी प्रकाशकों की किताबें अपनाने पर मजबूर हो गए हैं, जिससे छात्रों और अभिभावकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है।
बंछोर
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